
पिछले साल मार्च में बंद हुए स्कूल सोमवार को पहली बार खुले। कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोला गया और पठन-पाठन शुरू हुआ। हालांकि पहले दिन स्कूलों में उपस्थिति बहुत ज्यादा नहीं रही। 50 प्रतिशत बच्चों काे ही बुलाया गया था, उसमें भी 25-30 प्रतिशत ही उपस्थिति रही। बाल्डविन एकेडमी के प्रिंसिपल डॉ. राजीव रंजन सिन्हा ने बताया कि बच्चे ऑफलाइन क्लास के लिए काफी उत्साहित थे। धीरे-धीरे संख्या भी बढ़ेगी।
शिक्षा विभाग के निर्देश के अनुसार स्कूल प्रबंधन की ओर से स्कूल खोलने की तैयारी पहले से ही कर ली गई थी। कोरोना से बचाव के लिए स्कूल परिसर एवं बसों को सेनेटाइज कराया गया था। बच्चों को थर्मल स्क्रीनिंग, मास्क और सेनेटाइज करने के बाद ही स्कूल में प्रवेश दिया गया।
शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए भी मास्क अनिवार्य था। एसोसिएशन ऑफ इंडिपेंडेंट स्कूल्स एसोसिएशन बिहार के अध्यक्ष डॉ. सीबी सिंह ने बताया कि सुबह में स्कूल बसों में भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया गया। एक सीट पर एक ही विद्यार्थी या शिक्षक बैठे हुए थे। छात्रों को सेनेटाइजर भी साथ लाने कहा गया था।
कक्षा में एक डेस्क पर एक ही विद्यार्थी को बैठाया गया : क्लास में भी एक डेस्क पर एक ही विद्यार्थी को बैठाया गया। चूंकि 50 प्रतिशत छात्रों को ही आज बुलाया गया था और उसमे भी आज बच्चों की उपस्थिति सामान्य से लगभग आधी ही थी, इसलिए स्कूलों में काफी जगह थी। क्लास में बच्चे काफी खुश थे।
स्कूलों ने प्रार्थना सभा आयोजित करने देने की मांग
कई विद्यालयों ने मांग की है कि प्रार्थना सभा के आयोजन की अनुमति मिले, जो खुले स्थान में हो और कोविड से संबंधित सभी सावधानियों के साथ हो। स्कूलों में कोविड केयर कमेटियों का गठन किया गया था, ताकि गाइडलाइन का पालन सही से हो।
पहले दिन पढ़ाई भी सामान्य रही। स्कूलों ने कहा कि आनेवाले दिनों में सबकुछ सामान्य होने की उम्मीद है। स्कूल के बाद बच्चे वाहनों या स्कूल बसों से घर गए। स्कूलों ने प्रत्येक बस में आखिरी बच्चे के उतरने तक एक शिक्षक की ड्यूटी लगाई गई थी।
जांच टीम बनी, कोविड प्रोटोकॉल का पालन जरूरी
पटना जिले में स्कूलों की जांच के लिए जिला प्रशासन की टीम गठित की गई है। पहले दिन खुलने के साथ 58 स्कूलों की जांच कराई गई। इस दौरान सभी स्कूलों में 50 फीसदी से कम उपस्थित पाई गई है। डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा प्रोटोकॉल के मानक का अनुपालन नहीं करने पर कार्रवाई की जाएगी।
ऑनलाइन-ऑफलाइन पढ़ाई साथ संभव नहीं : एसाे.
प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने सोमवार को शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार से मिलकर ऑनलाइन एवं ऑफलाइन पढ़ाई एक साथ कराने में हो रहीं समस्याओं पर विचार करने के लिए पत्र सौंपा। उन्होंने कहा कि दोनों मोड में पढ़ाई एक साथ संभव नहीं।
कोविड काल के बाद खुले कॉलेज, छात्रों की संख्या कम रही
पटना और पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में सोमवार से सामान्य कक्षाएं शुरू हो गईं। 14 मार्च से विश्वविद्यालय के कॉलेजों में नियमित कक्षाएं बंद थी और राज्य सरकार की गाइडलाइन जारी होने के बाद चार जनवरी से नियमित कक्षाएं शुरू हो गईं। अभी कॉलेजों में 50 फीसदी उपस्थिति की मंजूरी मिली है।
सोमवार को कम संख्या में ही छात्र कॉलेज पहुंचे। पटना और पाटलिपुत्र विवि दोनों के कॉलेजों में स्नातक पार्ट-3 की कक्षाएं ही शुरू हुई हैं। इधर स्कूल कॉलेज खुलते ही सालभर के बाद मिले छात्र-छात्राओं ने एक-दूसरे बातचीत में ही समय बिता दिया।
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