
हाई और व प्लस टू स्कूल सोमवार से खुल गए। 9 माह बाद सोमवार से पठन- पाठन भी शुरू हाे गया। स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम रही। स्कूलों में 15 से 25 फीसदी ही बच्चे आए। बच्चों का कहना था कि पहला दिन होने की वजह से संख्या कम है। मंगलवार से बच्चों की संख्या बढ़ेगी। शहर के डीएवी हाई स्कूल सह प्लस टू स्कूल में भी पढ़ाई शुरू हो गई। सुबह साढ़े 9 बजे बच्चों को चेतना सत्र में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए खड़ा कराया गया। इसके बाद हेडमास्टर आशा कुमारी ने स्कूल आए सभी बच्चों को दो- दो मास्क दिया। डीईओ ऑफिस से मास्क उपलब्ध कराया गया है। सेनेटाइजर की भी व्यवस्था थी। चेतना सत्र में ही बच्चों को कोरोना से बचाव के बारे में जानकारी दी गयी। क्लास रूम में सोशल डिस्टेंस के साथ बैठने व हमेशा मास्क लगाने की सलाह दी गयी। इस मौके पर बबन तिवारी, शशिकांत सिंह, हीरालाल प्रसाद आदि मौजूद थे। आर्य कन्या हाई स्कूल में भी छात्राओं के बीच सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए क्लास शुुरू कराया गया। यहां छात्राओं की उपस्थिति 15 फीसदी रही। हेडमास्टर डॉ. अशफाक अहमद ने छात्राओं के बीच मास्क का वितरण किया। छात्राओं से कहा कि वे रोज मास्क पहन कर आएंगी। विभाग द्वारा सेनेटाइजर की सप्लाई नहीं की गई है।
130 प्लस टू स्कूलों में पहुंचे विद्यार्थी
डीईओ मो. मोतिउर रहमान ने आर्य कन्या हाई स्कूल का निरीक्षण भी किया। सोसल डिस्टेंस के पास छात्राओं को बैठाकर क्लास चलाने की सराहना भी की। डीईओ ने वीएम हाई स्कूल की भी जांच की। डीईओ ने कहा कि पहले दिन हाेने के कारण बच्चों की उपस्थिति कम रही। जिले में औसत 20 फीसदी बच्चे स्कूल अाए और वे सोशल डिस्टेंस के साथ क्लास भी हुई। इसी तरह शहर समेत ग्रामीण इलाकों के सभी 130 प्लस टू स्कूलों में पढ़ाई शुरू हो गई। 130 वित्तरहित हाई स्कूल, 95 हाई स्कूल, 70 पहले से उत्क्रमित मिडिल स्कूल व 151 उत्क्रमित हाई स्कूलों में बच्चे पहुंचे। नौवीं क्लास में 70 हजार बच्चों का नामांकन है।
एक अप्रैल से चलेगी दसवीं की क्लास
दसवीं क्लास के बच्चे सेंटअप हो गए हैं। वे अब घर पर ही मैट्रिक परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। दसवीं क्लास के लिए एक अप्रैल से क्लास चलाई जाएगी। उस समय नौवीं के बच्चे दसवीं में प्रवेश करेंगे। इधर, जिले के दो दर्जन से ज्यादा हाई स्कूलों में तो पहले दिन 10 फीसदी ही बच्चे स्कूल आए। बच्चों के मन में यह धारणा है कि पहले दिन क्लास ठीक से नहीं चलती है। इसलिए ऐसे बच्चे मंगलवार से स्कूल आएंगे। इधर, 50 फीसदी उपस्थिति के साथ ही बच्चों की पढ़ाई करानी है। शिक्षक अब बच्चों की पढ़ाई कराने के लिए रोस्टर तैयार करने में लगे हैं। 50 फीसदी बच्चों को स्कूल बुलाया जाएगा।

बीईओ ने भी की मॉनिटरिंग
जिले के सभी प्रखंडों में बीईओ ने भी क्लास संचालन की मॉनिटरिंग की। इस दौरान बीईओ भी विभिन्न स्कूलों में गए और वे वहां पर स्कूल संचालन को देखा। डीईओ मो. माेतिउर रहमान ने कहा कि सभी बीईओ को पहले ही निर्देश दिया गया था कि वे स्कूलाें का संचालन की मॉनिटरिंग करेंगे। साथ ही दो दिन पहले ही सभी हेडमास्टरों को भी बैठक मे इससे संबधित जानकारी दी गई थी।
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