बीटेक में दाखिले का च्वाइस बदलने के लिए 4 मिनट से एक घंटे तक हैक की गई थी साइट - NPBP NEWS

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Monday, 4 January 2021

बीटेक में दाखिले का च्वाइस बदलने के लिए 4 मिनट से एक घंटे तक हैक की गई थी साइट

राज्य के सरकारी और निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों में बीटेक में पहले राउंड की काउंसिलिंग से पहले च्वाइस बदलने के मामले का उद्देश्य अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। आर्थिक अपराध इकाई का साइबर सेल मामले की जांच कर रहा है। ईओयू उस छात्र तक पहुंचने की कोशिश कर रही है जिसने साइट हैक कर छात्रों का च्वाइस बदला। प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि 4 मिनट से लेकर 1 घंटे तक बीसीईसीई की साइट हैक की गई थी। इस दौरान 17 छात्र-छात्राओं के च्वाइस में फेरबदल किया गया।

जांच में यह बात भी सामने आई कि 28 नवंबर की शाम 7 बजे से 11 बजे तक आईपी एड्रेस 49.9.221.11 अलग-अलग धारकों को आवंटित किया गया था। होस्ट डेस्टिनेशन के बाद यह बात सामने आई कि बीसीईसीई की साइट पर यह आईपी एड्रेस करीब 4 घंटे तक एक्टिव रहा था। आर्थिक अपराध इकाई के सूत्रों की मानें तो इस मामले में कई लोग शामिल हो सकते हैं। अभी तक सिर्फ एक मोबाइल नंबर और उसके धारक अंशु कुमार का पता चला है।

लेकिन जल्द ही यह सामने आएगा कि इस मामले में और कितने लोग इन्वॉल्व हैं। राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में बीटेक में दाखिले के लिए अंडर ग्रेजुएट इंजीनियरिंग एडमिशन काउंसिलिंग-2020 (यूजीईएसी) के आधार पर आयोजित ऑनलाइन काउंसिलिंग के लिए 21 नवंबर से 28 नवंबर के बीच रजिस्ट्रेशन एवं च्वाइस फिलिंग छात्रों द्वारा की गई थी।

अंतिम तिथि के बाद कुछ अभ्यर्थियों ने पर्षद को शिकायत की कि काउंसिलिंग पोर्टल पर दिख रहे च्वाइस और उनके द्वारा भरे गए च्वाइस में भिन्नता है। जांच में पता चला कि 28 नवंबर को 17 अभ्यर्थियों की च्वाइस में बदलाव किए गए हैं। इनमें से 12 छात्राएं हैं। बाकी 5 छात्र हैं।

थाने में शिकायत के बाद एक्टिव हुआ संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद

बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद इस मामले में एक्टिव नहीं होता अगर एक छात्र इस मामले की शिकायत थाने में नहीं करता। 11 दिसंबर को एक छात्र एयरपोर्ट थाने में शिकायत इस पूरे मामले की शिकायत की थी, जिसके बाद पर्षद ने इसकी जांच शुरू की। और इओयू के साइबर सेल को पूरे मामले का विवरण उपलब्ध करवाया गया।

इधर इस मामले में बीसीईसीई के अधिकारियों की ओर से अब कुछ भी नहीं कहा जा रहा है। बता दें कि 3 से 6 दिसंबर तक पहले राउंड की काउंसिलिंग का आयोजन हो गया। जबकि च्वाइस में छेड़छाड़ 28 नवंबर को ही कर दी गई थी, उसी आधार पर सीट आवंटन भी हुआ है। इधर बीसीईसीई की लापरवाही से छात्रों में नाराजगी है। हजारों छात्र दाखिले में देरी से प्रभावित हुए हैं।




Site was hacked from 4 minutes to one hour to change the choice of admission to B.Tech.


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