
मशरक प्रखंड क्षेत्र के कुल-17 पंचायतों में से 11पंचायत पूर्णरूपेण बाढ प्रभावित था। जबकि 3पंचायत आंशिक रूप बाढ़ प्रभावित था। मशरक प्रखंड में आयी भयंकर बाढ़ इलाके में पिछली बारिश और बाढ़ के कारण क्षेत्र के किसान जल-जमाव की स्थिति झेल रहे हैं। यहां खरीफ फसलों की बर्बादी तो हुई ही है, अब जल-जमाव के कारण रबी फसल पर भी संकट बना है। रबी मौसम के लगभग डेढ़ महीने बीत जाने के बाद भी कई इलाके में किसान रबी की बोआई नहीं कर सके है। इससे इस बार रबी अच्छादन और उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त करना प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर साबित हो सकती है। प्रखंड के निचले इलाके में अगहन महीने बीतने के बाद भी पानी भरे होने से धान की कटाई नहीं हो सकी है। सारण जिला जदयू के महासचिव गौतम सिंह, मशरक राजद अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ संघ के अध्यक्ष इम्तेयाज खान उर्फ चुन्नू बाबू, मशरक पूरब सरेह के अंटू सिंह, बहरौली पंचायत के समाजसेवी सेराज अहमद उर्फ मुन्ना, उपप्रमुख साहेब हुसैन उर्फ टुनटुन, चांदबड़वा के किसान सुनिल सिंह आदि ने समस्या समाधान की मांग की है।
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